
बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपनी हाइट को लेकर किए गए संघर्षों और सोच को खुलकर साझा किया है। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की थी, तब उन्हें इस बात की चिंता सताती थी कि क्या एक छोटे कद का व्यक्ति भी फिल्म इंडस्ट्री में सफल हो सकता है।
आमिर ने कहा, “जब मैंने काम शुरू किया, तब अमिताभ बच्चन नंबर वन थे और उनकी हाइट छह फुट थी। विनोद खन्ना, शत्रुघ्न सिन्हा – सभी लंबे-चौड़े थे। उस वक्त मुझे डर था कि मेरी हाइट को लेकर लोग क्या सोचेंगे। क्या कोई छोटा कद वाला हीरो बन सकता है?” उन्होंने यह भी बताया कि जावेद अख्तर ने उन्हें यह समझाया था कि ह्यूमर एक तरह का शॉक एब्जॉर्बर होता है और यह हमें समाज के तानों से बचाने में मदद करता है।
आमिर खान की आगामी फिल्म ‘सितारे ज़मीन पर’ में भी उनकी हाइट को एक संवाद के रूप में शामिल किया गया है, जहां एक किरदार उन्हें ‘टिंगू’ कहता है। इस पर आमिर ने हँसते हुए कहा कि वह अब इस बात को लेकर सहज हो चुके हैं और यही आत्म-स्वीकृति उन्हें मजबूत बनाती है।
आमिर ने यह भी माना कि समय के साथ उन्हें यह समझ आया कि दर्शकों के लिए कलाकार का हुनर ज्यादा मायने रखता है, न कि उसकी लंबाई। उन्होंने कहा, “मुझे लोगों ने टिंगू कहा, लेकिन मैं अब इन बातों से प्रभावित नहीं होता। अगर आपके काम में दम है, तो लोग आपको ज़रूर स्वीकार करेंगे।”
‘सितारे ज़मीन पर’ में आमिर एक ऐसे कोच की भूमिका निभा रहे हैं जो विशेष योग्यता वाले बच्चों को ट्रेन करता है। यह फिल्म न केवल समाज की सोच को चुनौती देती है बल्कि आमिर की अपनी व्यक्तिगत यात्रा को भी दर्शाती है।
यह पोस्ट हमें यह सिखाती है कि कद भले ही छोटा हो, लेकिन सोच और आत्मविश्वास बड़ा होना चाहिए। आमिर खान का ये आत्म-स्वीकार और सकारात्मक सोच हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो शारीरिक कमियों को लेकर खुद पर संदेह करता है।